Stopped Watch घड़ी जो रुक गई

Stopped Watch घड़ी जो रुक गई

                                                          Stopped Watch घडी जो रूक गई   


Stopped Watch घड़ी जो रुक गई
                                                                                     जान रॉलेंड्स को फासी देने के लिए वेल्स स्थित               ब्यूमारिस चर्च के बाहर बने फांसी के तख्ते की तरफ धकेला जा रहा था । अचानक वह चीख उठा"में निर्दोष हूँ। मेरी निर्दोंषितां का प्रमाण एक बार नहीं, बल्कि तीन बारे प्रस्तुत होगा 1 मेरे मरते ही एक सफेद चिडिया चर्च के शिखर पंर स्थित घडी(Stopped Watch घडी जो रूक गई)के चक्कर कटेगी । उसके इस तेरह चक्चउर काटने के बाद वह घडी फिर कभी भी सहीं समय नहीं बताएगी, और अंत में मेरी कब्र पर कभी भी घास नहीं उगेगी । ये तीनों घटनाएं ही मेरी निर्दोषिता का प्रमाण होंगी ।"
सन् 1862 में एक दिन तड़के जब उसे फांसी दी गई,
                                                                                                              रहस्य मय चीखने वाली खोपड़ी 
 तो देखने वाले और फांसी देने वाले यह देखकर दंग रह गए कि जॉन के प्राण त्यागते ही न जाने कहां से आकर एक सफेद चिडिया चर्च के शिखर पर "स्थित घडी के चक्कर काटने लगी । उससे भी अधिक आश्चर्य लोगों को उस समय हुआ, जब अगले दिन उन्होंने समय जानने के लिए चर्च की घडी(Stopped Watch घडी जो रूक गई)की और देखा, तो वह ठीक उसी समय पर जाकर रुक गई थी, जिस समय पर जॉन ने अपने प्राण त्यागे थे । जॉन की निर्दोषिता का तीसरा प्रमाण भी सच हुआ । उसकी कब्र पर एक साल से, भी ज्यादा समय हो जाने पर भी खास नहीं उगी, जबकि उसकी बराबर की सभी क़ब्रों पर बेतहाशां घासें उगी थीं ।
                                                            अन्सुल्झे रहस्य                                                                   
कितने आश्चर्य की बात थी कि निर्दोष व्यक्ति की निर्दोंषिता साबित करने में स्वयं प्रकृतिं ने उसकी सहायता की । मानव और प्रकृति का ये अजीब रिश्ता आज भी इनसानों की समझ से परे है ।
                वर्ल्ड ऑफ द ऑड आसम,चार्ल्स बर्लिंज
               आपकी नज़र में-
                                    प्रिय पाठकों,हमें अपने विचार जरूर लिखें।

Labels: