Mistirus eyes who see every thing after close-रहस्यमय ऑंखें जो बंद रहकर भी देखती थीं।

Mistirus eyes who see every thing after close-रहस्यमय ऑंखें जो बंद रहकर भी देखती थीं।

Mistirus eyes who see every thing after close-रहस्यमय ऑंखें जो बंद रहकर भी देखती थीं।

हिंदुस्तान में जन्मा एक ऐसा हिंदुस्तानी मुलिम जिसे कुदरत ने दी ऐसी शक्ति जिससे वह ऑंखें बंद करके भी देख लेता था ।

Mistirus eyes who see every thing after close-रहस्यमय ऑंखें जो बंद रहकर भी देखती थीं।
खुदाबख्स नामक एक भारतीय ने अपनी विलक्षण` शक्ति का समूचे विश्व में घूम घूमकर प्रदर्शन किया । उसका प्रदर्शन था ही इतना विलक्षण कि जो कोई देखता, ठगा सा रह जाता । खुदाबख्श, अपने विलक्षण प्रदर्शन में आंखें बंद( Mistirus eyes who see every thing after close-रहस्यमय ऑंखें जो बंद रहकर भी देखती थीं। )करके भी सामने पडी वस्तु कोपहचान कर, उसके बोरे में बता देता था । अपने प्रदर्शनी के दोरान खुदाबख्स अपनी ऑंखें मोटे कपड़े से अच्छी तरह से बंद करवा देता था, परंतु
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फिर भी उसके सामने रखी कोई भी चीज वह झट से पहचान लेता था । उसकी इस अदभुत शक्ति का परीक्षण वैज्ञानिकों ने भी किया । उन्होंने उसकी आंखों ( Mistirus eyes who see every thing after close-रहस्यमय ऑंखें जो बंद रहकर भी देखती थीं। )पर पहले तो गीले आटे की टिक्कियां रखीं और फिर ऊपर पट्टियाँ लपेटी और इन सबके उपर कपडे की

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पट्टी की कई तहें और लपेट दीं । परंतु नतीजा वही, खुदाबख्स ने न सिर्फ इस हालत में उन्हें किताबें पढ कर दिखाई, वरन साइकिल चलाने के साथ-शाथ अनेक अन्य करतब भी ऐसे करके दिखाए, मानो वह एक साधारण रूप से देखने वाला आदमी हो । ऐसा नहीं कि खुदाबख्स का एक बार ही वैज्ञानिक परीक्षण हुआ हो । उसे तो सैकडों बार वैज्ञानिक परीक्षणों से गुजरना पडा । वह किसी भी परीक्षण में असफल नहीं हुआ । हर बार उसने अपनी विलक्षण शक्ति का परिचय दे दिया कि वह देखने के लिए आंखों का मोहताज नहीं था । आखिर वैज्ञानिक ये मान गए कि खुदाबख्स किसी तरह का धोखेबाज व्यक्ति नहीं था । उसमें वाकई कोई विलक्षण शक्ति थी, जिसकी मदद से वह आँखों की सहायता के बिना भी देख सकता था । ( Mistirus eyes who see every thing after close-रहस्यमय ऑंखें जो बंद रहकर भी देखती थीं। )



अंसुल्झे रहस्य

परंतु उक्त विलक्षण शक्ति क्या थी कि वह आँखों की मदद के विना किस तरह से देख पाता था, यह राज कोई नहीं जान सका । यह रहस्य हमेशा रहस्य ही बना रहा ।
               
           -मिस्टीरियस पॉवर, कॉलिन विल्सन

प्रिय पाठक हमें अपने विचार इसी तरह लिखते रहें जिससे हम आपके लिए कई और रोमांचक कहानिया और रहस्य लेकर आयेंगें।

              धन्यवाद

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